- नाश्ते में बादाम,दूध,मक्खन घी का पर्याप्त मात्रा में उपयोग करने से आप तंदुरस्त रहेंगे और वजन भी बढेगा।
- भोजन में प्रोटीन की मात्रा बढाएं। दालों में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। अडा,मछली,मीट भी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।बादाम,काजू का नियमित सेवन करें।
- बीमारी की अवस्था में,बीमारी के बाद,यात्रा से या मेहनत से थके होने पर,सुबह और शाम के वक्त और उपवास की अवस्था में अपने पार्टनर से शारीरिक संबंध बनाना हानिकारक है।
- अधिक केलोरी वाला भोजन लेते रहें।
- च्यवनप्राश वजन बढाने की और स्वस्थ रहने की मशहूर आयुर्वेदिक औषधि है। सुबह -शाम दूध के साथ सेवन करते रहें।
- आयुर्वेद में अश्वगंधा और सतावरी के उपयोग से वजन बढाने का उल्लेख मिलता है।३-३ ग्राम दोनों रोज सुबह लं का चूर्ण दूध के साथ प्रयोग करें। वसंतकुसुमाकर रस भी काफ़ी असरदार दवा है।
- रोज सुबह ३-४ किलोमीटर घूमने का नियम बनाएं। ताजा हवा भी मिलेगी और आपका मेटाबोलिस्म भी ठीक रह्र्गा।
- भोजन खूब अच्छी तरह से चबा चबा कर खाना चाहिये। दांत का काम आंत पर डालना उचित नहीं है।
- दोनों वक्त शोच निवृत्ति की आदत डालें।
- ५० ग्राम किश मिश रात को पानी में भिगोदे सुबह भली प्रकार चबा चबा कर खाएं। २-३ माह के प्रयोग से वजन बढेगा।
- नारियल का दूध - यह आहार तेलों का समृद्ध स्रोत है और भोजन के लिए अच्छा तथा स्वादिस्ट जायके के लिए जाना जाता है। नारियल के दूध में भोजन पकाने से खाने में कैलोरी बढ़ेगी। जिससे आपके वजन में वृधि होगी।
- मलाई- मिल्क क्रीम में आवश्यकता से ज्यादा फैटी एसिड होता है। और ज्यादातर खाद्य उत्पादों की तुलना में अधिक कैलोरी की मात्रा होती है। मिल्क क्रीम को पास्ता और सलाद के साथ खाने से वजन तेजी से बढ़ेगा।
- अखरोट - अखरोट में आवश्यक मोनोअनसेचुरेटेड फैट होता है जो स्वस्थ कैलोरी को उच्च मात्रा में प्रदान करता है। रोज़ 20 ग्राम अखरोट खाने से वजन तेजी से प्राप्त होगा।
- केला- तुरंत वजन बढाना हो तो केला खाइये। रोज़ दो या दो से अधिक केले खाने से आपका पाचन तंत्र भी अच्छा रहेगा।
- ब्राउन राइस - ब्राउन राइस कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की एक स्वस्थ खुराक का स्रोत है। भूरे रंग के चावल कार्बोहाइड्रेट का भंडार है इसलिए नियमित रूप से इसे खाने से वजन तेजी से हासिल होगा।
- आलू- आलू कार्बोहाइड्रेट और काम्प्लेक्स शुगर का अच्छा स्त्रोत है। ये ज्यादा खाने से शरीर में फैट की मात्रा बढ़ जाती है।
- बीन्स : जो लोग शाकाहारी है और नॉनवेज नहीं खाते उनके लिए बीन्स से अच्छा कोई विकल्प नहीं है। बीन्स के एक कटोरी में 300 कैलोरी होती है। यह सिर्फ वजन बढ़ने में ही मदत नहीं करता बल्कि पौष्टिक भी होता है।
- मक्खन : मक्खन में सबसे ज्यादा कैलोरी पाई जाती है। मक्खन खाने के स्वाद को सिर्फ बढ़ाता ही नहीं बल्कि वजन बढ़ाने में भी मदद करता है।
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Friday, 30 October 2015
वजन बढ़ाने के उपाय
सेब खाने के बेहतरीन फायदे
- नींद न आती हो तो सोने से पहले मीठे सेब के मुरब्बे के साथ गुनगुना दूध पीएं।
- एक गिलास सेब के रस में मिश्री मिलाकर प्रतिदिन सुबह नियमित रूप से पीने से पुरानी से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है।
- सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, बेहोशी या उन्माद की शिकायत से ग्रस्त व्यक्ति को भोजन से पहले दो मीठे सेबों का सेवन करना चाहिए।
- सेब खाने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर होती है। दोपहर तथा रात को कच्चे सेब की सब्जी मस्तिष्क के रोगों में लाभ पहुंचाती है। रोज शाम को एक मीठा सेब तथा रात को एक गिलास सेब का शरबत पीने से रोगी को अतिशीघ्र लाभ होता है।
- आंखों के रोगी इसकी पुल्टिस बनाकर आंखों पर रखें और ताजे सेब को मक्खन के साथ खाएं। इससे पेशाब खुलकर आएगा तथा चेहरे की रंगत भी सुर्ख हो जाएगी।
- बुखार में रोगी को ताजे सेब का रस पिलाने से फायदा होता है।
- गले में खराबी आने पर ताजे सेब का रस कुछ देर गले में ही रोक कर रखें।
- यह पेट के कीड़े, कब्ज और अम्लता को दूर करता है।
- बिच्छू के काटने पर, सेब के ताजे रस में आधा ग्राम कपूर मिलाकर हर आधे घंटे बाद पिलाएं।
- शरीर में रक्त की कमी हो, उच्च रक्तचाप हो तो सेब का सेवन अति लाभदायक है।
- पुराने सिर दर्द में रोज एक सेब नमक लगाकर खाएं।
- इसका सेवन दांतों और मसूढ़ों को मजबूत और कीटाणु रहित बनाता है।
- खांसी में सेब के रस में मिश्री मिलाकर पिएं।
Wednesday, 28 October 2015
आहार जो करे एसिडिटी पर वार
टमाटर
कैल्शियम, फास्फोरस व विटामिन-सी भरपूर टमाटर शरीर से जीवाणुओं को बाहर निकालने में मदद करता है। एसिडिटी में टमाटर खाने से लाभ मिलता है। इसका नियमित सेवन एसिडिटी से लंबे समय तक राहत दिलाता है। स्वाद में खट्टा होने के बावजूद टमाटर शरीर में क्षार की मात्रा बढ़ाता है। इसीलिए इसके सेवन से एसिडिटी नहीं बढ़ती।
संतरा
संतरे में मौजूद फ्रक्टोज, डेक्स्ट्रोज, खनिज एवं विटामिन शरीर में पहुंचते ही ऊर्जा प्रदान करने लगते हैं। संतरे का नियमित सेवन एसिडिटी से राहत पाने का उत्तम उपाय है।
पपीता
पपीता पचने में आसान है। इससे आमाशय तथा आंत संबंधी विकारों में बहुत लाभ मिलता है। पपीता कब्ज, गैस, एसिडिटी व कफ जैसे रोगों में लाभकारी होता है।
अमरूद
अमरूद कब्ज और एसिडिटी दोनों के लिए लाभकारी है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन, फाइबर व मिनरल होते हैं। फाइबरन की अधिकता के कारण यह कब्ज दूर करने में सहायक होता है।
जामुन
जामुन को दवा के तौर पर खाया जा सकता है। पेट के रोगों में जामुन का सेवन काफी लाभकारी होता है। खाली पेट जामुन खाने से गैस व एसिडिटी की समस्या से निजात मिलती है।
बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि जीभ का स्वाद कई बीमारियों की जड़ होता है। अच्छी सेहत के लिए जरा से स्वाद को दरकिनार करना महंगा सौदा नहीं। फिर भी अगर आपको लगता है कि स्वाद सेहत से ज्यादा कीमती है, तो मर्जी आपकी है...
सेंधा नमक के आयुर्वेदिक नुस्खे
गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर उससे गारगल करें। इससे न सिर्फ दांतों की चमक बढ़ती है, बल्कि गले से संबंधित कई प्रकार की परेशानियां भी दूर होती हैं। Ayurvedatreet
नहाएं बॉडी को रिलैक्स और रिफ्रेश करने के लिए सेंधा नमक को नहाने के पानी में मिलाएं या इससे बॉडी पर हल्का-सा मसाज करने के बाद गुनगुने पानी से नहाएं। दोनों ही तरीके बहुत ही फायदेमंद होते हैं। मसल्स को रिलैक्स करने के साथ ही यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है। साथ ही, बॉडी को डिटॉक्सीफाई भी करता है। Ayurvedatreet
पानी में मिलाकर पिएं पानी या लस्सी में सेंधा नमक मिलाकर पीना बहुत ही फायदेमंद रहेगा। ये डाइजेशन से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करता है और पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है। Ayurvedatreet
Monday, 19 October 2015
जवान दिखने के लिए 9 आयुर्वेदिक नुस्खे
आयुर्वेद में ऐसी अनेक चीजों के बारे में बताया गया है, जिनका नियमित सेवन कर आप हमेशा जवान बने रह सकते हैं। आज हम आप को उन्हीं में से कुछ चीजों के बारे में बता रहे हैं…
- भृंगराज चूर्ण 100 ग्राम, आमल की चूर्ण 50 ग्राम, तिल 50 ग्राम, इन तीनों में गुड़ मिलाकर इसका सेवन 10 से 12 ग्राम मात्रा में रोजाना करें।आयुर्वेदिक मान्यता है कि इस योग का सेवन बूढ़े को भी जवान बना देता है। दिन के खाने में दाल, चोकर युक्त रोटी लें। रात में गाय के दूध का सेवन करें।
- खाली पेट बाल हरड़ खाएं। शाम को दूध जरूर पिएं। रोजाना हरड़ लेते रहने से व आंवले का उपयोग करते रहने से, दूध घी पीने से यौवन हमेशा बना रहेगा।
- विटामिन सी से भरपूर चीजों के सेवन से जल्दी बुढ़ापा नहीं आता है। आंवले को विटामिन सी से भरपूर माना गया है। इसलिए रोजाना कम से कम एक आंवले का सेवन करना चाहिए। साथ ही, एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल भी खाने चाहिए।
- त्रिफला को आयुर्वेद में शरीर की लगभग हर बीमारी के लिए बहुत अच्छी औषधि माना गया है। त्रिफला से पेट से जुड़ी समस्याएं जड़ से मिट जाती हैं। रोजाना त्रिफला का सेवन मौसम अनुसार आयुर्वेदिक विधि से करें। इससे यौवन उम्र भर बना रहता है।
- सुबह दूध, दोपहर में सब्जी, दाल, चोकर युक्त रोटी खाएं। रात्रि में गाय के दूध का सेवन करें।च्यवनप्राश जरूर खाएं। ज्यादा पानी पिएं।
- अमृतावर्णरस, बसन्तसुकुमार के रस का उपयोग 250 मिलीग्राम की मात्रा दिन में एक बार शहद में मिलाकर करें।आयुर्वेद के अनुसार इन रसायनों का सेवन 40 वर्ष की उम्र में करना अच्छा रहता है, क्योंकि यह एक ऐसी अवस्था है, जब व्यक्ति में शारीरिक धातुओं का विकास पूर्णता प्राप्त कर चुका होता है।
- हर व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम छह घंटे आराम की नींद लेना बहुत जरूरी है। ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करें। संभव हो तो जंक फूड और नॉनवेज को बंद कर दें। इस तरह के खाने से शरीर में चर्बी बहुत तेजी से बढ़ती है। इससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता कम होती जाती है। कोई भी बीमारी जल्द ही आपको प्रभावित कर लेती है। सात्विक खाना खाएं और योगासन करें। आपकी जवानी लंबे समय तक बनी रहेगी।
- डार्क चॉकलेट, वाइन पीना, सामाजिक बने रहना और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना, ये ऐसी बातें हैं जो हर आदमी अपना सकता है। ऐसी छोटी-छोटी बातें ही इंसान को सदा जवान बने रहने में मदद करती हैं। इसके अलावा हमेशा खुशमिजाज रहना, दूसरों के साथ जल्दी घुलना-मिलना भी इसमें काफी सहायता करता है।
- बादाम, किशमिश, सेब, अमरूद, केला, टमाटर, लौंग, मुनक्का, आंवला, संतरा, छुआरे, खजूर, अंजीर, अखरोट, घी, दूध, आदि का सेवन करना चाहिए।
डॉ. नुस्खे शक्तिवर्धक योग पाउडर शक्तिवर्धक स्वप्नदोष और धातु कमज़ोरी में बहुत लाभकारी हैं। इस से वीर्य गाढ़ा हो स्तम्भन शक्ति बढ़ जाती हैं। जिन युवको को धातु की कमज़ोरी हो या पेशाब में धात गिरती हो तो उनको हर रोज़ एक चममच डॉ. नुस्खे शक्तिवर्धक योग और गुड़ का एक चम्मच रात्रि को सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ ज़रूर सेवन करना चाहिए।
अदरक को वृषण भी कहा जाता है, वृषण का अर्थ होता है सांड! सांड शारीरिक रूप से और यौन श्रमता में सबसे अधिक ताकतवर माना जात्रा है! इस पाउडर में अदरक का भी उपयोग किया गया है.
डॉ नुस्खे शक्तिवर्धक योग पाउडर (Dr.Nuskhe Shaktivardhak Yog powder) खरीदने के लिए http://www.ayurvedastreet.com पर क्लिक करें और पाएं फ्री होम डिलीवरी
डॉ.नुस्खे नीम आयल और देसी घी को मिलकर लिंग की मालिश करने से नसों का ढीलापन और शिथलता दूर होती है. अपनी बोतल www.ayurvedastreet.com से आर्डर करें और पाएं फ्री होम डिलीवरी
फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स 7053047011 व्हाट्सएप्प पर भी
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Sunday, 5 July 2015
Ayurvedic diet in diseases
Ayurvedic Diet in Diseases:
Albuminuria
In albuminuria or Bright’s disease (disease of the kidneys) give mung dal water, barley water, green vegetables, salads, cauliflower, turnip, whey, sago, rice, bread of wheat, bajra, joar.
Do not give salt, meat, proteins, sugar, sweets, spicy articles, pickles, potatoes, peas, cheese, alcohol.
Anaemia
In anaemia give tomatoes, mung dal, wheat, bajra, joar, barley, vegetables, mangoes, grapes, amalaka, banana, milk, whey, cream, butter.
Constipation
In constipation give barley, wheat, cabbage, salads, plenty of vegetables, spinach, apples, figs, prunes, dates, oranges, grapes, bananas, milk. Give up tea, pastry, cheese.
Diabetes: blog.ayurvedastreet.com
In diabetes take cream, butter, milk, cheese, nuts of all kinds, lemons and oranges in'moderation; take mung, green vegetables, cabbages, cauliflower, tomatoes, bread made of Bengal gram and wheat or barley (misre rottie), cucumber.
Do not take sugar and starch in any form, rice, sago, vermicelli, arrowroot, com flower, barley, potatoes, peas, pastry and puddings of all kinds.
Diarrhoea
In diarrhoea take barley water, whey, rice water, mung water, buttermilk, rice and buttermilk.
Do not take pulses, green vegetables, potatoes and fruits, all solid foods, sweetmeats.
Dyspepsia or Indigestion
In dyspepsia take mung, barley bread, rice, sago, potatoes, green vegetables and fruits in small quantities, milk, butter, ghee in moderation, oranges, prunes, whey, barley water, buttermilk.
Do not take pastry, sweetmeats, thick pulses, icecream, all starchy and sugary foods, unripe fruits, uncooked vegetables, acid fruits, etc.
Fevers
Give orange juice, mung water, conjee in fevers. Milk should not be given for 7 days. Do not give ghee, pulses, sweets, heavy foods, solids.
Gout
Take all fresh vegetables, rice, sago, fresh ripe fruits, wheat, bajra, joar, potatoes, salads, milk, milk puddings, lime juice freely diluted. In small quantities take tomatoes, beans, peas and other pulses, butter, ghee, cheese. Do not take rich foods, animal foods, pastries, jellies, confection, all acid fruits, all liquors.
Obesity
Take wheat, bajra, joar, mung water, butter in moderation, milk, grapes, oranges, green vegetables such as cabbages, spinach (palak), tomatoes.
Do not take ghee, pastry, sweets, too much rice, too much sugar, thick pulses
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Albuminuria
In albuminuria or Bright’s disease (disease of the kidneys) give mung dal water, barley water, green vegetables, salads, cauliflower, turnip, whey, sago, rice, bread of wheat, bajra, joar.
Do not give salt, meat, proteins, sugar, sweets, spicy articles, pickles, potatoes, peas, cheese, alcohol.
Anaemia
In anaemia give tomatoes, mung dal, wheat, bajra, joar, barley, vegetables, mangoes, grapes, amalaka, banana, milk, whey, cream, butter.
Constipation
In constipation give barley, wheat, cabbage, salads, plenty of vegetables, spinach, apples, figs, prunes, dates, oranges, grapes, bananas, milk. Give up tea, pastry, cheese.
Diabetes: blog.ayurvedastreet.com
In diabetes take cream, butter, milk, cheese, nuts of all kinds, lemons and oranges in'moderation; take mung, green vegetables, cabbages, cauliflower, tomatoes, bread made of Bengal gram and wheat or barley (misre rottie), cucumber.
Do not take sugar and starch in any form, rice, sago, vermicelli, arrowroot, com flower, barley, potatoes, peas, pastry and puddings of all kinds.
Diarrhoea
In diarrhoea take barley water, whey, rice water, mung water, buttermilk, rice and buttermilk.
Do not take pulses, green vegetables, potatoes and fruits, all solid foods, sweetmeats.
Dyspepsia or Indigestion
In dyspepsia take mung, barley bread, rice, sago, potatoes, green vegetables and fruits in small quantities, milk, butter, ghee in moderation, oranges, prunes, whey, barley water, buttermilk.
Do not take pastry, sweetmeats, thick pulses, icecream, all starchy and sugary foods, unripe fruits, uncooked vegetables, acid fruits, etc.
Fevers
Give orange juice, mung water, conjee in fevers. Milk should not be given for 7 days. Do not give ghee, pulses, sweets, heavy foods, solids.
Gout
Take all fresh vegetables, rice, sago, fresh ripe fruits, wheat, bajra, joar, potatoes, salads, milk, milk puddings, lime juice freely diluted. In small quantities take tomatoes, beans, peas and other pulses, butter, ghee, cheese. Do not take rich foods, animal foods, pastries, jellies, confection, all acid fruits, all liquors.
Obesity
Take wheat, bajra, joar, mung water, butter in moderation, milk, grapes, oranges, green vegetables such as cabbages, spinach (palak), tomatoes.
Do not take ghee, pastry, sweets, too much rice, too much sugar, thick pulses
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