सप्ताह के सातों दिनों का संबंध ग्रहों की सत्ता और उनकी सौरमण्डल में उपस्थिति पर आधारित है। तंत्र शास्त्र के अनुसार अलग-अलग कामनाओं को पूरा करने के लिए विभिन्न उपाय किए जाते हैं। बुद्धि व धन की प्राप्ति के लिए बुधवार का दिन बहुत श्रेष्ठ है। बुधवार को वणिक वार कहा जाता है। इस दिन कुछ बातों का ध्यान रखने से व्यक्ति कभी भी आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होता।
* नया व्यापार प्रारंभ किया जाए तो दिन दुगुनी रात चौगुनी तरक्की होती है।
* किसी को उधार न दें । किसी भी महीने की कृष्ण पक्ष की 1 तारिख, शुक्ल पक्ष की 2, 3, 4, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13 पूर्णिमा व मंगलवार के दिन उधार दें और बुधवार को कर्ज लें।
* बैंक में अथवा भविष्य को सुरक्षित करने के लिए धन का संग्रह करें। इससे वह अधिक संमय तक स्थाई रहेगा।
* बैंक में जमा खाता खुलवाना, बीमा करवाना, धन का लेन-देन करना, दुकान में माल भरना जैसे काम इस दिन करें।
* शुभ कार्य के लिए जाना हो तो गणेश जी को मोदक का भोग लगा कर, प्रसाद ग्रहण करके जाएं। समस्त कारज सफल होंगे।
* ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का शुक्ल पक्ष के बुधवार से आरंभ करके प्रतिदिन पाठ करें।
* बुधवार को ब्रह्म मूहर्त में सवा पाव मूंग की दाल उबालकर घी और शक्कर के साथ मिलाकर गाय को खिलाएं जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
* ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें।
* गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ करें।
* जन्म या वर्ष कुंडली में बुध ग्रह अशुभफलदायी हो तो भगवान विष्णु का ध्यान करके शुक्ल पक्ष के बुधवार को आरंभ करके 9000 की संख्या में बीज मंत्र का जप करना चाहिए। बुध का तांत्रोक्त मंत्र है
ऊँ ऎं स्त्रीं श्रीं बुधाय नम:
दान योग्य वस्तुएं मूंगी, 5 हरे फल, चीनी, हरे पुष्प, हरी इलायची, कांस्य पत्र, पन्ना सोना, हाथी का दांत, हरी सब्जी, हरा कपड़ा, दक्षिणा सहित दान करें।
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