इंडिया में सब्जियों को तालमेल के साथ बनाने का रिवाज काफी पुराना
है, जो खाने के जायके को कई गुना बढ़ा देते हैं। अक्सर दो या ज्यादा
सब्जियों को मिला कर बनाने का रिवाज हर जगह है। इससे अनगिनत फायदे होते
हैं।
आलू-पालक की सब्जी
हर मौसम में मिलने वाला पालक कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
इसमें आयरन और फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो डाइजेशन के लिए
बहुत ही जरूरी है। साथ ही, आलू में मौजूद कार्बोहाइड्रेट बॉडी को एनर्जेटिक
बनाए रखता है। जब इन दोनों को मिलाकर सब्जी तैयार की जाती है, तो दोनों
में मौजूद न्यूट्रिएंट्स मिलकर और भी फायदेमंद हो जाते हैं। इस सब्जी में
सैचुरेटेड फैट, सोडियम और कोलेस्ट्रॉल की बहुत कम मात्रा होती है, जो दिल
की बीमारियों को दूर रखती है। साथ ही फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन
ए, बी6 और विटामिन सी की भरपूर मात्रा चेहरे पर असमय दिखने वाली झुर्रियों
को भी दूर रखती है।
आलू-टमाटर की सब्जी
आलू-टमाटर की सब्जी ज्यादातर घरों में बनने वाली सब्जियों में से एक
है जो न सिर्फ मेहनत, बल्कि समय की भी बचत करती है और बच्चों से लेकर
बड़े-बूढ़ों तक को पसंद आती है। सिंपल सी इस सब्जी में आलू के लगभग सारे
न्यूट्रिशंस घुल जाते हैं। साथ ही, टमाटर भी गुणों से भरपूर होता है। इन
दोनों को मिलाकर बनी सब्जी में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा न
के बराबर होती है। ये दिल की बीमारियों से दूर रखती है। साथ ही, डाइजेशन के
लिए जरूरी फाइबर की भरपूर मात्रा, पोटैशियम, विटामिन ए, बी6 और विटामिन सी
भी उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं। जो एंटी-एजिंग का काम करते हैं। लेकिन
इसके साथ ही इन दोनों सब्जियों के मिलने से सोडियम की मात्रा भी बढ़ जाती
है जो सेहत के लिए सही नहीं है। blog.ayurvedastreet.com
गोभी-मटर की सब्जी
एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर गोभी में मैग्नीशियम,
कैरोटिनॉयड्स जैसे न्यूट्रिशंस होते हैं जो फ्री रैडिकल्स डैमेजिंग को
रोकते हैं। ये कॉर्डियोवैस्कुलर और कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं।
साथ ही, इनमें मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी सिस्टम को सही रखता है। मटर में
पोटैशियम के साथ ही फाइबर की भी सर्वाधिक मात्रा पाई जाती है। इन दोनों की
मिली-जुली सब्जी कोलेस्ट्रॉल और सोडियम फ्री होती है। वहीं मैग्नीशियम,
पोटैशियम, विटामिन बी6 और विटामिन सी इनमें काफी मात्रा में मौजूद होते
हैं, जो हर तरह से फायदेमंद हैं।
लौकी-चना दाल की सब्जी
लौकी में पानी की सर्वाधिक मात्रा पाई जाती है, जो शरीर के सारे
टॉक्सिक एलिमेंट्स को बाहर निकालकर ब्लड प्यूरिफाई करती है। लौकी
विटामिन्स, मिनरल्स, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन ए, सी और फोलेट का
खजाना होती है। वहीं, चना दाल में काफी फाइबर होता है। इन दोनों को मिलाकर
तैयार सब्जी में प्रोटीन की सबसे ज्यादा मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें
फोलिक एसिड, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और बॉडी को एक्टिव रखने के लिए ढेर
सारी एनर्जी मौजूद होती है, जो कमजोरी और थकान दूर करके माइंड फ्रेश करती
है।
तोरी-चने की सब्जी
काला चना फाइबर से भरपूर होता है। यह अपच, कब्ज और एसिडिटी जैसी तमाम
समस्याओं को दूर रखता है। वहीं, तोरी में पानी की बहुत ज्यादा मात्रा होती
है। तोरी शरीर को हाइड्रेट रखने का काम भी करती है। दोनों को मिलाकर तैयार
की गई सब्जी सेहत के लिहाज से बहुत ही फायदेमंद होती है, क्योंकि विटामिन ए
और सी बॉडी को ऑक्सीडाइज करने के साथ ही ब्लड वेसेल्स को सही रखता है, जो
ब्लड के सही सर्कुलेशन के लिए जिम्मेदार होता है।
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